In The Mood For Love 2001 में आई डायरेक्टर Wong Kar-Wai की फिल्म है। BBC ने इसे 2nd best film of 21st century का दर्जा दिया है। इसके cinematographer हैं Christopher Doyle और Mark Lee Ping-bing। Maggie Cheung और Tony Leung Chiu‑wai मुख्य पात्रों की भूमिका में हैं।
Wong Kar-Wai के बारे में सबसे पहले पढ़ा था गीत चतुर्वेदी की किताब न्यूनतम मैं के अंदर जहाँ उन्होंने पूरी एक कविता उनके लिए लिखी है। फिर दुबारा पढ़ा मानव कौल की कहानी के भीतर। और फिर मैंने देखी उनकी फिल्म – In The Mood For Love.
हम संवादों के पीछे पागल हैं। इस कदर पागल कि उसमें जरा सी भी चुप्पी की गुंजाईश दिखते ही घुटन की भविष्यवाणी कर कोई ना कोई निरर्थक शब्द को बीच में ले आकर खुद को बचा लेते हैं। लेकिन अक्सर, नहीं बहुत बार असल संवाद शब्दों से परे होता है। उन उठती, पड़ोस से गुजरती, टटोलती निगाहों में जितना खुद के छुए जाने का सुख है वो शब्दों में नहीं मिल पाता। और अक्सर शब्द झूठा कर देते हैं उस बात को जो हम कहना चाहते हैं।
फिर हम देखते हैं कोई फिल्म और उसमें संवाद हो रहा है दो लोगों के बीच। जिसमें शब्दों से ज्यादा जो घट रहा है – नजरों से, छूने से, देखने से – वो कहीं ज्यादा सच है जो कहा जा रहा है। और ये इतना सुंदर होता है कि सोचने पर मजबूर करता है कि अगर हम इस जगह होते – तो इतना सच सह पाते, या फिर ठीक ऐसे ही क्षणों में हम शब्दों का सहारा लेकर सब छिछला कर देते हैं। धोखा देना शुरू कर देते हैं।
असल संवाद चुप्पी के बाद शुरु होता है।
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एक आदमी और एक औरत। दोनों पड़ोसी हैं। दोनों को पता चलता है कि उनके पार्टनर एक दूसरे के साथ affair में हैं। दोनों जोड़े पड़ोसी हैं। आदमी और औरत ने एक दूसरे को देखा है आते हुए, जाते हुए, नजरों से टटोला है जो बीच में घटा है। कभी आदमी ने औरत को अकेले बाहर खाते देखा है, कभी औरत ने आदमी को अकेले अंधेरी सीढ़ियाँ चढ़ते देखा है।
दोनों के पार्टनर बहुत दिनों से जापान गए होते हैं। वो एक दूसरे से मिलते हैं – अपन शक सामने रखते हैं और दोनों को पता चलता है कि ये बात दोनों को पता है। अब आगे क्या?
आगे बस वो ये जानना चाहते हैं कि ये शुरू कैसे हुआ होगा? किसने पहल की होगी? क्या वो एक दूसरे से office में बात करते होंगे? क्या वो साथ खाते होंगे? ठीक इस पल जब ये दोनों खा रहे हैं तब वो दोनों क्या कर रहे होंगे?
और इन चीजों को ढूँढने में ये decide होता है कि वो कभी उनकी राह पर नहीं चलेंगे। आदमी एक कहानी लिखता है जिसमें औरत उसकी मदद करती है। इन सब में दोनों ने बहुत करीब से टटोला है एक दूसरे को – पर ऊपर से सिर्फ एक बार छुआ है एक दूसरे के हाथों को। बिना छुए भी कोई इतने करीब आ सकता है? ऐसा क्या घटता है बीच में जो किसी को इतना करीब कर देता है?
और अंत में प्यार हो जाता है। पर दोनों को पता है कि मुमकिन नहीं। वो decide करते हैं कि वो Singapore चले जाएंगे। आदमी फोन से पूछता है कि अगर मैं Singapore गया तो तुम साथ चलोगी? वो होटल में इंतज़ार करता है। और फिर अकेले चला जाता है। औरत उसी होटल में तेजी से चढ़ती है और कमरे को अकेला पाती है। जो घटता है वो बस दो आंसुओं में सीमित रहता है।
Singapore में दो साल बाद आदमी को फोन आता है। जवाब में सिर्फ चुप्पी। वो घर जाता है। कमरें मे कुछ अलग है पर उसे नहीं पता क्या! फिर उसे एक आधी जाली सिगरेट मिलती है जिस पर लिपस्टिक के निशान हैं।
बहुत अंत में… आदमी एक पुरानी दीवार के छेद में अपना राज कहता है और चला जाता है। उस दीवार के छेद से उस राज का एक पौधा निकलता है। और मैं सोचता हूँ कभी अगर वो औरत वहाँ आए और उस पौधे को छुए तो क्या उसे वो शब्द सुनाई देंगे जो उस आदमी ने उस दीवार से कहे होंगे!
फिल्म की सबसे खूबसूरत चीज है संवादों के बीच जो घट रहा है वो दिखना। फ्रेम में धुएं के छल्ले ऊपर उठते दिखते हैं और वो इतने अकेले हैं कि आपको महसूस होता है, इतना ही अकेला तो आदमी है। वो दृश्य जब औरत अकेले खाना खाती है, और जब भी दोनों एक दूसरे के पास से गुजरते हैं वो जो महसूस होता है ना वो कुछ ऐसा है जो शब्दों में नहीं कहा जा सकता।
और रंग। लाल और काले का इतना गजब combination use किया है कि एक तरफ लाल से प्रेम का आभास होता है और काले से secrecy का। और फिर ऐक्टिंग। वो acting जिसमें शब्दों का सहारा ना हो – उस ऐक्टिंग के लिए जो घट रहा है उसे महसूस करना जरूरी होता है और वही हमें महसूस होता है।
और अंत में संगीत। इतना ग़ज़ब है कि soundtrack download करना पड़ गया।
तो अगर कुछ बेहद सुंदर देखना है – कहानी, स्क्रीनप्ले, direction, music, कहानी कहने के तरीके में non-linear narrative का use और कुछ बेहद सुंदर frames – तो In The Mood For Love देखिए। प्रेम हो जाएगा।
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बिखेरने की आज़ादी और समेटने का सुख – लिखने की इससे बेहतर परिभाषा की खोज में निकला एक व्यक्ति। अभिनय से थककर शब्दों के बीच सोने के लिए अलसाया आदमी।
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