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John Steinbeck’s Of Mice and Men | Innocence | EkChaupal

John Steinbeck's Of Mice and Men | Innocence | EkChaupal

John Steinbeck wrote Of Mice and Men in 1937. The novel is set in the era of the Great Depression in the USA. The book is said to be based on his own life experiences on the farm and talks about two fellow farmworkers who come to work on a farm.

कहानी जो आपकी नब्ज पकड़ ले। कैसे सुनोगे वो कहानी जो हमारे बारे में है? क्या दिखता है एक कहानी में? अपने को प्रत्यक्ष पाकर डर लगता है या फिर देखकर लगता है कि सब एक ही मिट्टी के हैं।

“Maybe everybody in the whole damn world is scared of each other.”

John steinback (of mice and men)

John Steinbeck की किताब है Of Mice and Men. ये हमारे बारे में है। सपने। अकेलापन। अच्छाई। शुरू में पढ़ते हुए लगा कि ये कुछ सुंदर है। क्या बनाता है एक कहानी को आत्मीय? जब मैं खुदको उसमें पा लेता हूं? कहां पाया? George aur Lennie के बीच। कोई कितना भी ताकतवर हो जाए वो अपने से ही डरता रहे। कोई जानकर नहीं करता गलतियां। तुम किसी को कब तक बचाओगे खुद से? एक न एक दिन मिल ही जानी है वो कहानी जो तुम्हारी अपनी शक्ल दिखा दे!!

बहुत मासूमियत भरी कहानी है Of Mice and Men की। शुरू में पता चल जाता है कि अंत में क्या होगा। पर तब भी पढ़ते गए ये सोचकर कि बदल जाएगा। ठीक यही पात्रों के साथ है। उन्हें पता है कि आगे क्या होगा, पर किसी वजह से वो दूसरी संभावना की आशा में जीते हैं और अंत में हार जाते हैं। यहां तक कि इस बात को स्वीकारते भी हैं।

“As happens sometimes, a moment settled and hovered and remained for more than a moment. And sound stopped and movement stopped for much, much more than a moment.”

John steinback (of mice and men)

हमारे भीतर वो क्या है जो हर स्थिति में आशा का हाथ पकड़े रखता है?

एक बच्चे जैसे आदमी है जो बस कोमल चीजों को प्यार करना चाहता है। उसके सपने बस इतने हैं। कुछ लोग हैं जिन्हें बस ज्यादा नहीं, बहुत छोटी जगह चाहिए, जहां वो वही काम करते रहें, जो अभी कर रहे हैं, बस अपनी मर्जी से। एक अक्खड़ लड़का है जो चाहता है कि सब उसकी तारीफ करें। एक लड़की है जो मर्दों की दुनिया में बस एक दोस्त चाहती है। वो कुछ बन सकती थी पर नहीं बन पाई और अब फंसी हुई है बीच में। एक नीग्रो है जो अपने नीग्रो होने का जीवन झेल रहा है। कोई है जो अपने बूढ़े कुत्ते को गोली नहीं मार पाता, और बाद में पछताता है। इन सबके बीच में मासूमियत है, एक सवाल है कि हम क्यों किसी से जुड़ते हैं? क्यों किसी इंसान को अपना कहते हैं? क्यों देते हैं साथ?

“In every bit of honest writing in the world, there is a base theme. Try to understand men, if you understand each other you will be kind to each other. KNOWING A MAN WELL NEVER LEADS TO HATE and nearly always leads to love. There are shorter means, many of them. There is writing promoting social change, writing punishing injustice, writing in celebration of heroism, but always that base theme. TRY TO UNDERSTAND EACH OTHER!”

John steinback (of mice and men)

John Steinbeck की कहानी बहुत human है। इसलिए पढ़ी जानी चाहिए।

“Just like heaven. Ever’body wants a little piece of lan’. I read plenty of books out here. Nobody never gets to heaven, and nobody gets no land. It’s just in their head. They’re all the time talkin’ about it, but it’s jus’ in their head.”

John steinback (of mice and men)

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