वो वाले सपने तो जरूर देखें होंगे जिनसे जागने पर लगता है कि- अरे यार! ये सपना है या फिर जो देख रहे थे वो सपना था। वो पल जब सपने और हक़ीक़त की लकीर धुंधली पड़ जाती है – वो पल अगर पूरी किताब में खींच दिया जाए और बहुत ही मुकम्मल तरीके से तो वो किताब बनेगी – Kafka On The Shore
Haruki Murakami की सभी novels magic-realism पर based होती हैं। लेकिन ये किताब – ये उससे पार चली जाती है। पूरी कहानी खत्म होने पर महसूस होता है कि बहुत ही ग़ज़ब का एक सपना देख रहे थे जो खत्म हो गया। और ऐसा सपना जिसमें आपका जीवन कुछ अलग ही level पर चल रहा है।
And a thought hits me – the axis of time. Somewhere I don’t know about, something weird is happening to time. Reality and dreams are all mixed up, like sea water and river water flowing together. I struggle to find the meaning behind it all, but nothing makes any sense.
-Haruki Murakami
Kafka on the Shore कहानी है 15 साल के Kafka Tomura की जो अपने father से भाग आया है और उसके बारे में एक evil prophecy की है उसके father ने जिससे वो भाग रहा है। Franz Kafka की कहानियों की तरह ही Kafka Tomura का जीवन भी अजीबोगरीब चीजों से गुज़रता है। लेकिन जो basic human concepts से हमेशा जुड़ा रहता है।
उधर एक Nakata नाम का 60 साल का आदमी है जो बिल्लियों से बात कर लेता है। वो और कुछ नहीं समझ पाता है। उसके जीवन में मछलियाँ और जोंक आसमान से गिरती हैं। कुत्ते telepathy के through बात करते हैं। बिल्लियों की आत्मा से flute बनाने वाले villain हैं।
कैसे Nakata और Kafka की life एक दूसरे को cross करती हैं और कैसे सभी कुछ ग़ज़ब के स्तर पर होता है वो सब कहानी में है। और उसके साथ मिलते हैं बहुत से basic human सवालों के जवाब – जीवन, जीवन में मैं, एकांत, प्रेम, अतीत और बहुत कुछ।
Solitude comes in different varities.
– Haruki Murakami
कैसे एक इंसान दूसरे इंसान के सपनों में जाता है – बिना उसकी इजाजत के । कैसे सपने में की गई चीजें असल ज़िंदगी को affect करती हैं – कोई सपना देखता है और वो सपना ठीक उसी समय किसी के असली जीवन में चल रहा है और दोनों के साथ overlap करता है – वो सब पढ़ने को मिलेगा। और बहुत मजा आता है। कसम से।
तो अगर कुछ बहुत ही profound और amazing पढ़ना है तो ये पढिए। इसके कुछ quotes हैं जो कुछ इस पोस्ट में और कुछ आने वाली post में दूँगा। मजा आएगा पढ़ने में।
अच्छी लगे तो किताब पढ़िएगा। तब तक पढ़ते रहिए।
Kafka On The Shore – Haruki Murakami
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The Home and The World – Rabindranath Tagore’s Quotes
और अब पेश हैं – Haruki Murakami की किताब Kafka On The Shore से कुछ quotes-:
It's all the question of imagination. Our responsibility begins with the power to imagine. It's just as Yeats said: In dreams begin responsibility. Turn this on it's head and you could say that where there's no power to imagine, no responsiblity can arise.
Silence, I discover, is something you can actually hear.
Narrow minds devoid of imagination. Intolerence, theories cut off from reality, empty terminology, usurped ideals, inflexible systems. Those are the things that really frighten me. What I absolutely fear and loathe. Of course it's important to know what's right and what's wrong. Individual errors in judgement can usually be corrected. As long as you have the courage to admit mistakes, things can be turned around. But intolerant, narrow minds with no imagination are like parasites that transform the host, change form and continue to thrive. They're lost cause.
She found the right words by bypassing procedures likes meaning and logic. She captured words in a dream, like delicately catching hold of a butterfly's wings as it flutters around.
"We're all dreaming, aren't we?" she says.
All of us are dreaming.
"Why did you have to die?"
"I couldn't help it," you reply.
The most dangerous creature here would have to be me. So maybe I'm just frightened of my own shadow.
"Listen - there's no war that will end all wars. War grows within war. Lapping up the blood shed by violence, feeding on wounded flesh. War is a perfect, self-contained being."
बिखेरने की आज़ादी और समेटने का सुख – लिखने की इससे बेहतर परिभाषा की खोज में निकला एक व्यक्ति। अभिनय से थककर शब्दों के बीच सोने के लिए अलसाया आदमी।
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