Pablo Neruda की कुछ lines का हिन्दी अनुवाद
Pablo Neruda को विश्व कवि कहते हैं। और ये बात उनको पढ़कर बखूबी पता चलती है। उनको पढ़ते हुए उनकी कुछ lines को हिंदी में Translate किया तो पढ़ने में बड़ी सुन्दर लगीं। उनका हिन्दी अनुवाद लिख रहा हूं –
“रात की चिड़िया सबसे पहले
उन सितारों को
चुगती है,
जो मेरी आत्मा से फूटते हैं,
जब जब मैं तुमसे प्रेम करता हूँ। “
ये Pablo Neruda की कविता FABLE OF THE MERMAID AND THE DRUNKS का अनुवाद है-
वो सब लोग वहीं थे
जब वो भीतर आई
पूरी तरह से नग्न।
उन्होंने शराब पी रखी थी
और
वो सब उस पर थूकने लगे।
नदी से अभी अभी निकल कर आई
वो कुछ भी ना समझ सकी।
वो एक जलपरी थी
जो अपना रास्ता भटक गई थी।
उनके ताने उसकी चमकती देह पर फिसलते रहे
उसके सुनहरे सीने पर उनकी गंदी भद्दी बातें
पानी की बूंदे बन पड़ती रहीं।
उसका आंसुओं से कोई वास्ता ना था,
तो वो नहीं रोई।
उसका कपड़ों से कोई वास्ता ना था,
तो उसने नहीं पहने।
उन्होंने उस पर अधजली सिगरेट के बट
चुभाए और बोतलों के ढक्कन भी
और फिर उस शराबखाने की जमीन पर
लेट कर कर्कश हँसी हँसने लगे।
उसने कुछ नहीं कहा,
क्यूंकि कहने की विद्या उसके लिए अजनबी थी।
उसकी आँखों का रंग
जैसे किसी बीते प्यार की याद,
उसकी बाहें,
पुखराज जैसी।
उसके मूँगे जैसे होंठ,
रोशनी में थरथराए थे,
और अंत में वो दरवाजे से बाहर चली गई।
नदी में उतरते ही वो साफ हो गई,
बारिश में भीगते सफेद पत्थर की तरह
फिर से चमकने लगी,
और एक भी बार पीछे देखा बिना,
वो एक बार फिर तैरने लगी।
तैरने लगी शून्य की ओर
तैरने लगी अपनी मृत्यु की ओर।
आइए इस पर संवाद करते हैं।
बिखेरने की आज़ादी और समेटने का सुख – लिखने की इससे बेहतर परिभाषा की खोज में निकला एक व्यक्ति। अभिनय से थककर शब्दों के बीच सोने के लिए अलसाया आदमी।
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