Akbar Allahabadi Top Quotes | EkChaupal
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता
इस गुंडा समय में न मैं लाठी होना चाहता हूँ
न चाकू न पिस्तौल
इस गुंडा समय में मैं अपने समय का
एक गुंडा नहीं होना चाहता हूँ
अब तुम आए हो मिरी जान तमाशा करने
अब तो दरिया में तलातुम न सुकूँ है यूँ है
कूचे को तेरे छोड़कर जोगी ही बन जाएँ मगर
जंगल तेरे, पर्बत तेरे, बस्ती तेरी, सहरा तेरा
मैंने ये शेर लगभग एक साल पहले instagram पर कहीं पढ़ा था और तब भी वही अहसास हुआ था जो अभी लिखते हुए हो रहा था। ये प्रेम की अभिव्यक्ति है और बेहद सुंदर।
बशीर बद्र साहब इस सदी के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले शायरों में से एक है। बद्र साहब अपने सरल लहजे में बहुत उम्दा बात कहने और उन्हें ग़ज़ल के गहनों से सजाने के लिए मशहूर है। बद्र साहब बहुत तरह के अवॉर्ड से सम्मानित भी किए जा चुके है। किसी भी नए शायर को बद्र साहब को जरूर पढ़ना चाहिए।