Voyage of Time | An Incredible Journey

Voyage of Time | An Incredible Journey

Okay. Voyage of Time is something really amazing, extraordinary and utterly different.
ब्रह्मांड कैसे शुरू हुआ, कैसे बना, इसका भविष्य क्या है – ये सारे questions हम लोगों को बहुत fascinate करते हैं। तभी शायद Nat Geo पर कोई documentary आए universe से रिलेटेड तो आँख बांधे देखते रहते हैं। ये सारे सवाल हमारे जहन में शुरुआत से रहे हैं और शायद रहेंगे।

Whiplash: An Inspiring Film You Must Watch Every Year

Whiplash: An Inspiring Film You Must Watch Every Year

Whiplash एक ऐसी फिल्म है, जिसे आप हर साल in-fact हर महीने देख सकते हैं। ज़िंदगी में कुछ भी achieve करना है, कोई सपना है जिसे पूरा करना चाहते हैं, तो ये फिल्म जरूर देखिए और जल्द से जल्द देखिए।

मैं तो कहूँगा मरने से पहले हर आदमी को एक बार तो ये फिल्म जरूर देख लेनी चाहिए, फिर चाहें वो फिल्म्स देखता हो या ना देखता हो।

केदारनाथ अग्रवाल की सामाजिक दृष्टि की झलकियां

केदारनाथ अग्रवाल जी की सामाजिक दृष्टि की झलकियां

केदारनाथ अग्रवाल जी हिन्दी साहित्य के कुछ सबसे सुंदर कृतियों वाले कवियों में से एक हैं। इनकी कविताओं में प्रकृति का जो विवरण होता है वो बहुत सुंदर है। बहुत से लेखकों ने उन्हे किसानी कवि की पदवी भी दी है।

Tanhaji - Indian Cinematic Brilliance At Its Peak?

Tanhaji – Indian Cinematic Brilliance At Its Peak?

Indian फिल्म्स देख कर कई बार मन में बहुत सारे सवाल उठते हैं। Film है तो एक creative field ही, art form. लेकिन अगर आप only for the sake of art कुछ भी, कैसे भी CGI डाल दे रहे हैं (उदाहरण – कलंक का bull fight scene) तो सवाल तो उठेंगे!

लेकिन आज हम जिस फिल्म के बारे में बात करेंगे, वो एक film की सारी technicalities पर खरी उतरती है।

विनोद कुमार शुक्ल- कविता से लंबी कविता | Review | पढ़ने के Top 10 कारण

विनोद कुमार शुक्ल- कविता से लंबी कविता | Review | पढ़ने के Top 10 कारण

गीत चतुर्वेदी जी ने अपने interview में कहा है कि विनोद कुमार शुक्ल हवा में सरलता से चलने वाले कवि हैं और व्योमेश शुक्ल ने लिखा है – “ज़िंदगी कितनी कम विनोद कुमार शुक्ल है।” और फिर आप जब एक बार इनके संसार में कदम रखते हैं तो आप जमीन से दो इंच ऊपर ही चलेंगे। अभी- अभी विनोद कुमार शुक्ल जी की किताब कविता से लंबी कविता  किताब पढ़ी है और इस समय जिस zone में हूँ उसको केवल विनोद कुमार शुक्ल के संसार को जानने वाला ही समझ सकता है।

संवेदनाओं के व्यापार में संवेदनाएं | विचार

संवेदनाओं के व्यापार में संवेदनाएं | विचार

अभी दो दिन पहले मैंने नीलेश मिश्रा जी द्वारा संचालित डॉ कुमार विश्वास का Slow interview देखा तो उसमें सबसे ख़ूबसूरत एक पंक्ति सुनी “ संवेदनाओं के व्यापार में संवेदनाएं धीरे धीरे कारोबार बन जाती हैं ” ।

मझे बहुत ही ख़ूबसूरत और एक दम सत्य लगी ये लाइन कि हम लोग जाने-अनजाने अपनी भावनाएं और अपनी अनुभूति को बेचने लगे हैं। हर व्यक्ति एक न एक स्तर पर ये कर रहा है – चाहे फिर वो क्रिएटिव लोग हों या हम जैसे सामान्य आदमी। कुछ हद तक ये ठीक भी है पर उसका दायरा कितना हो, ये तो तय करना होगा ना!

बशीर बद्र जी के Top 10 शेर | The Top 10

बशीर बद्र जी के Top 10 शेर | The Top 10

बशीर बद्र साहब इस सदी के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले शायरों में से एक है। बद्र साहब अपने सरल लहजे में बहुत उम्दा बात कहने और उन्हें ग़ज़ल के गहनों से सजाने के लिए मशहूर है। बद्र साहब बहुत तरह के अवॉर्ड से सम्मानित भी किए जा चुके है। किसी भी नए शायर को बद्र साहब को जरूर पढ़ना चाहिए।

Chekhov’s The Seagull – Some lines

Chekhov के नाटक The Seagull पढ़ते हुए ये कुछ पंक्तियाँ पसंद आईं हैं –   अच्छे साहित्य में सवाल नए या पुराने तरीकों या रूपों का नहीं है, बल्कि विचारों का है जो लेखक के हृदय से स्वतंत्रता से निकले हों, बगैर उसके सोचे कि उनका रूप क्या होगा। – चेखव – नाटक  – द…

दूधनाथ सिंह | युवा खुशबू और अन्य कविताएँ - Review

दूधनाथ सिंह | युवा खुशबू और अन्य कविताएँ – Review | Part-2

अमर मैं रहूँगा तो बार-बार मरूँगा।
-कविता – चलूँगा