John Steinbeck’s Of Mice and Men | Innocence | EkChaupal

John Steinbeck’s Of Mice and Men | Innocence | EkChaupal

बहुत मासूमियत भरी कहानी है Of Mice and Men की। शुरू में पता चल जाता है कि अंत में क्या होगा। पर तब भी पढ़ते गए ये सोचकर कि बदल जाएगा। ठीक यही पात्रों के साथ है। उन्हें पता है कि आगे क्या होगा, पर किसी वजह से वो दूसरी संभावना की आशा में जीते हैं और अंत में हार जाते हैं। यहां तक कि इस बात को स्वीकारते भी हैं।

If On A Winter’s Night a Traveller | Italo Calvino

If On A Winter’s Night a Traveller | Italo Calvino

If on a winter’s night a traveler, इटली के Nobel laureate लेखक Italo Calvino का उपन्यास है। ये 1979 में प्रकाशित हुआ था। उपन्यास का English में अनुवाद William Weaver ने किया है। नीचे लिखा विवरण उपन्यास की यात्रा की कहानी है।

Dhuin | Achal Mishra | First Letter | Ekchaupal.com

Dhuin | Achal Mishra | First Letter | Ekchaupal.com

सखी, अचल मिश्रा की dhuin देखी। पहला शब्द। पहला visual और कुछ देर बाद मुझे लगा ये तो मैं हूँ। मैंने पंकज की चुप्पी में खुदके बहुत से हिस्से देखे। बहुत निजी हिस्से। उसके संवाद से ज्यादा उसकी चुप्पी मे मुझे मैं दिखा। और तो और मेरे आस पास के बहुत से लोग दिखे।

Happy Together & Curse of Iguazu Falls | Wong Kar-Wai | EkChaupal

Happy Together & Curse of Iguazu Falls | Wong Kar-Wai | EkChaupal

कहते हैं Iguazu Falls शाप हैं। जहां प्रेमी अनंत तक गिरते रहते हैं। प्रेम में तलहटी छूना चाहोगे प्रेमी? तुमने देखा है प्रेम में लोगों को संबंध की तलहटी छूते हुए? नहीं देखा। तो Wong Kar-Wai की Happy Together देखना।

Eugene Ionesco’s The Chairs और धोखा | एक पत्र

Eugene Ionesco’s The Chairs और धोखा | एक पत्र

Eugene Ionesco का नाटक The Chairs पढ़ा सखी।

ऐसा लगा धोखा दिया हो उन्होंने अंत में। पढ़ने के बाद चुप रहा बहुत देर तक। आखिरी के पलो में ऐसा लगा जैसे बहुत कुछ हाथ आया था और एक दम से छूट गया। जीवन के इतना समीप। ऐसा लगा जैसे Godot एक बार फिर आने का वादा करके चला गया और Ionesco वो बच्चा हैं जो पहले बताने आए थे कि Godot आएगा पर फिर झूठ निकला।

Manoj Muntashir Top New Lines | Meri Fitrat Hai Mastana

Manoj Muntashir Top New Lines | Meri Fitrat Hai Mastana

Manoj Muntashir (मनोज मुंतशिर) को कौन नहीं जानता!! तेरी मिट्टी जैसे गाने के बाद उनका नाम शोहरत की बुलंदिया छूने लगा। उनकी किताब आई थी ‘मेरी फितरत है मस्ताना’।

The Myth of Sisyphus – Albert Camus | Reflections

The Myth of Sisyphus – Albert Camus | Reflections

The Myth of Sisyphus एक essay है। Albert Camus ने अपनी Absurdity की philosophy को इस essay में पूरा समझाया है। ये 1942 में आया था और उनकी हर कहानी और उपन्यास से संबंध रखता है। इस essay के जरिए Camus जीवन, उसके अर्थ, उसकी अर्थहीनता, कैसे जीना चाहिए और क्या हो रहा है जैसे बहुत से सवालों के भीतर झाँकते हैं।

Top 10 Questions from Pablo Neruda’s Book of Questions

Top 10 Questions from Pablo Neruda’s Book of Questions

The Book of Questions, Pablo Neruda की किताब है जिसमें उन्होंने 316 poetic सवाल पूछे हैं। अपने में उलझे, अपने में ही सुलझे, ये सवाल कुछ अलग ही कहते हैं। उसी किताब में से कुछ जादुई सवाल यहाँ पेश हैं।

Dahli – Lallantop’s Documentary is Beyond The Statistics

Dahli – Lallantop’s Documentary is Beyond The Statistics

अचानक मुझे लगा
ख़तरों से सावधान कराते की संकेत-चिह्न में
बदल गई थी डाक्टर की सूरत
और मैं आँकड़ों का काटा
चीख़ता चला जा रहा था
कि हम आँकड़े नहीं आदमी हैं।

Letters To Felice | Franz Kafka

Letters To Felice | Franz Kafka

पढ़ने के बाद ऐसा लगा कि मुझसे कुछ छीन लिया गया है। कुछ बेहद निजी। इतने दिनों से कोई था जो साथ था और वो एक दम से किसी ने छीन लिया है या बिना बताए चला गया है। इतना खाली, इतना दुख हुआ कि बहुत देर हाथों को देखता रहा। इतनी निजी बातें पढ़ने का guilt, फिर अंत में कुछ भी हाथ ना आने का अहसास, और उसके बाद इतना कुछ मिल गया का सुख – और इन सबके बाद भी – इतना human कुछ पढ़ने की झुरझुरी अभी भी शरीर पर महसूस हो रही है। कितना कुछ लिखा जा सकता है इस बारे में पर हमारे शब्द कितने झूठे है। हमारा कुछ लिखना, एक भी शब्द कितना थोथला है और ये लिखते लिखते – ये कितना निरर्थक है। कितना झूठ है मेरा खुद को देखना इसके comparison में।