Blindness by Jose Saramago | Stark Whiteness | EkChaupal

Blindness by Jose Saramago | Stark Whiteness | EkChaupal

Jose Saramango के उपन्यास Blindness में जैसे ही सब अंधे एक जगह इकट्ठे होते हैं और जानते हैं कि सारे नियम जिसमें वो शुरू से रहते आए हैं पीछे छूट गए हैं, सबके भीतर का सच बाहर आता है। अंधे हैं तो सब अंधे हैं। कोई किसी को नहीं देख सकता। कोई किसी का सच नहीं छू सकता। जब देखे जाने का डर हट जाता है तब हर कोई समाज और सभ्यता के नियम किनारे कर देता है। यहाँ तक के इंसान होने के जितने नियम हैं सब किनारे हो जाते हैं।