Eugene Ionesco’s The Chairs और धोखा | एक पत्र
Eugene Ionesco का नाटक The Chairs पढ़ा सखी।
ऐसा लगा धोखा दिया हो उन्होंने अंत में। पढ़ने के बाद चुप रहा बहुत देर तक। आखिरी के पलो में ऐसा लगा जैसे बहुत कुछ हाथ आया था और एक दम से छूट गया। जीवन के इतना समीप। ऐसा लगा जैसे Godot एक बार फिर आने का वादा करके चला गया और Ionesco वो बच्चा हैं जो पहले बताने आए थे कि Godot आएगा पर फिर झूठ निकला।